संक्षिप्त परिचय
ज्ञानम् तृतीयम् मनुजस्य नेत्राम् अर्थात् ज्ञान ही मनुष्य का तीसरा नेत्र है जो जीवन को दिग्दर्शित करने की सामर्थ्य रखता है । ज्ञान में मनुष्य की बौद्धिक एवं सामाजिक शक्ति संचित रहती है और इस ज्ञान के प्रचार प्रसार का कार्य शिक्षा करती है । शिक्षा समाज और संस्कृति को गतिशील बनाने विकास व शोधन की अनिवार्य कड़ी है । यह समाज में लोगों के अन्दर नैतिक मूल्यों एवं संस्कृति का विकास करती है जिससे मनुष्य में मनसा वाचा कर्मणा का भाव जागृत होता है फलतः समाज का चतुर्मुखी विकास सम्भव होता है । शिक्षा के इसी पावन संकल्प को स्वयं में आत्मसात् किये हुए यह महाविद्यालय हापुड़ मेरठ मुख्य मार्ग से लगभग तीन कि0 मी0 अन्दर खरखौदा क्षेत्र में स्थित है। राजकीय महाविद्यालयों की अनुशासित एवं समृद्ध परम्पराओं की श्रृंखला में इस महाविद्यालय की स्थापना तत्कालीन मा0 मुख्यमंत्री उ0 प्र0 की घोषणाओं के अन्तर्गत राजकीय महिला महाविद्यालय खरखौदा मेरठ के भवन का शिलान्यास माननीय शाहिद मंजूर राज्यमंत्री श्रम एवं सेवायोजन विभाग उ0 प्र0 सरकार के कर कमलों द्वरा 11 दिसम्बर 2013 को सम्पन्न हुआ । यह महाविद्यालय बालिकाओं की उच्च शिक्षा के स्वप्नों को मूर्त रूप प्रदान करने के लिए कृत संकल्प है । शैक्षणिक सत्रा जुलाई 2016 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से सम्बद्धता प्राप्त कर बी0ए0, बी0एस0सी0, बी0कॉम0 की कुल 84 छात्राओं का प्रवेश सम्पन्न किया गया ।
महाविद्यालय में स्नातक स्तर पर कला संकाय वाणिज्य संकाय एवं विज्ञान संकायान्तर्गत बी0ए0, हिन्दी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास, गृहविज्ञान व मनोविज्ञान बी0कॉम0, बी0एस0सी0, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जन्तु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान, पाठ्यक्रम को मान्यता प्राप्त है एवं प्रयोगात्मक विषयों के आधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं ।